कंटेनमेंट क्षेत्र से नहीं मान रहे हैं पुजारी मंगलनाथ मंदिर सहा. पुजारी निकला पॉजिटिव
अग्नि साक्षी उज्जैन । धीरे-धीरे कोरोना वायरस सब सीमाओं का उल्लंघन करते हुए अब पुजारी परिवार के अंदर भी प्रवेश कर गया है। इतने दिनों से हम आगाह करते आ रहे हैं कि नियम सबके लिए एक जैसे हो पर अपनी ऊंची पहुंच और रसूख के कारण हमेशा से ही वीआईपी पर्सन रहें पुजारी परिवार मानने को तैयार नहीं है। लगातार महाकाल क्षेत्र में पुजारियों द्वारा कंटेनमेंट क्षेत्र का उल्लंघन किया जा रहा है क्योंकि सब बड़ी पहुंच-पकड़ वाले हैं इसलिए सब शांति से हो रहा है, चाहे महाकाल मंदिर हो या अन्य बड़े धन उगलने वाले मंदिर प्रभु के मना करने के बाद यहॉं उल्लंघन जारी है। प्रशासन मामले को संज्ञान में लें और कंटेनमेंट क्षेत्र में रहने वाले पुजारियों को ऐसी गतिविधिया करने से रोके।

मंगलनाथ मंदिर सहायक पुजारी पॉजिटिव

भूमि पुत्र मंगल का विश्व प्रसिद्ध  मंगलनाथ मंदिर के सहायक पुजारी के भाई भी कोरोना पॉजिटिव आए हैं। पुष्ट सूत्रों से प्राप्त खबर के अनुसार वह लंबी राजनीतिक पकड़ रखने वाले वर्तमान शासन वाली पार्टी में तगड़ा दम रखते हैं। 16 तारीख की रात को फूटे 33 लोगों के कोरोना वायरस बम मैं उनका भी नाम था 16 तारीख की रात को उनको चिकित्सकों की टीम आरडी गार्डी अस्पताल ले गई और भर्ती कर दिया। सूत्र बताते हैं कि वह आज या कल में अरविंदो अस्पताल भी प्रस्थान कर जाएंगे क्योंकि आरडी गार्डी का डर ही इतना भयावह है कि ना मौलाना को देख रहा है ना गुरु को, ना आम को, ना खास को। किसी को भी काल के मुंह में धकेल देता है। यह पुजारी जी कैसे संक्रमण में आए यह जांच चल रही है क्योंकि लॉक डाउन के कारण यह यदा-कदा ही मंदिर जाते थे पूरा संयुक्त परिवार एक ही जगह रहने वाला है इसलिए अड़ोस-पड़ोस में भी भय का वातावरण बन गया है यह देखा जा रहा है कि वह आखरी बार मंदिर कब गए थे और किन लोगों के संपर्क में मंदिर में ज्यादा रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि यह  आगर रोड चौरासी महादेव में शामिल पत्नेश्वर महादेव मंदिर मे भी लॉक डाउन अवधि के दौरान जाते थे वहां भी भय का माहौल बना हुआ है।

महाकाल मंदिर में भी पुजारी का कंटेनमेंट क्षेत्र से आना-जाना लगा हुआ है

जैसा शनिवार को उज्जैन के प्रमुख मंदिर मंगलनाथ के सहायक पुजारी कोरोनावायरस की चपेट में आए ऐसी स्थिति लगभग महाकाल मंदिर पुजारियों में भी निर्मित हो सकती है क्योंकि कई पुजारी कंटेनमेंट क्षेत्र में निवास करते हैं और मंदिर में लगातार आ रहे हैं। मंदिर में ड्यूटी बदल-बदल कर हो रही है कुछ लोग पालन कर रहे हैं कुछ लोग नहीं कर रहे हैं। सबकी अपनी-अपनी इच्छाएं चल रही हैं जबकि बाबा महाकाल मंदिर प्रशासक स्वयं कह चुके हैं कि आप लोग आपके घर रहें पूजा करने वाले दूसरे सहायक पुजारी उपस्थित हैं। प्रशासन ने भी इसी स्थिति को समझ कर पुजारियों के लिए महाकाल मंदिर धर्मशाला में दो कमरे खोल दिए थे पर वहां रहने कोई नहीं गया। मंदिर में स्थित महानिर्वाणी अखाड़े के पास पुजारी कक्ष में या घर आना-जाना लगातार चालू है कभी शासकीय पुजारी विकास गुरु पूजा करते हुए दिखते हैं तो कभी आशीष पुजारी। ज्ञात हो कि दोनों के घर कंटेनमेंट क्षेत्र आंग्रे का बगीचा में है जो अभी खुला नहीं है, 6 पॉजीटिव केस वहां रजिस्टर्ड किए गए थे ऐसे में प्रशासन को महाकाल मंदिर में भी व्यवस्था चाक-चौबंद करना चाहिए, ताकि कहीं संक्रमण की हद में पुलिसकर्मी और मंदिर में कार्य करने वाले कर्मचारी नहीं आ जाएं।